Aparna Sharma

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लेखनी प्रतियोगिता -26-Mar-2023

स्वैच्छिक 


*वृक्ष और कुटुंब (परिवार)* 🌳👨‍👩‍👧‍👦👨‍👩‍👧

कुटुम्ब होता है वृक्ष समान 
जिसमें समाया उसका सारा जहान 🌳

हमारे बुजुर्ग पेड़ की जड़े हैं 
जो हर वक्त संस्कारों के लिए लड़े हैं । 🌱

बच्चे नन्ही कोंपलें हैं 
जनके बड़े चोंचले हैं ।🍃

बेटे वृक्ष का तना है और बेटियां शाखाएं हैं। 🌾

बेटे जड़ों से जुड़े रहें तभी परिवार स्थिर रहता है। 
तना कटते ही पेड़ वीरान हो जाता है। 
उसका अस्तित्व ठूंठ बन जाता है। 🎋

बेटियां तो डालें हैं कट कट कर दूसरी जगह रोपित होती है। 🌿
दूसरा पेड़, कोंपलों को जन्म दे पोषित होती है। 

फल फूल पेड़ की वंशावली है। 
जो वृक्ष कौन-सा है ये बता चली है। 🌴

कहने को एक परिवार खुद में सिमटा है पर 
सारा संसार इस एक धूरी पर घूमता है । 💫

परिवार से समाज, समाज से धर्म,धर्म से देश, देश से राष्ट्र और राष्ट्र से विश्व तक की यात्रा है l 🚁
जैसे एक पेड़ से कई फल, फलों से हजारों बीज 
और हजारों बीजों से फिर सैकड़ो पेड़ बनते हैं 🌰
वैसे ही हम एक कुटुम्ब से सारा संसार बुनते हैं ।🌍

अपर्णा "गौरी" 🌹

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3 Comments

Abhinav ji

27-Mar-2023 08:46 AM

Very nice 👌

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Gunjan Kamal

27-Mar-2023 07:18 AM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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अदिति झा

26-Mar-2023 11:20 PM

बहुत खूब

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